तेलंगाना में कृषि शिक्षा को मज़बूती देने के लिए दो बड़े विश्वविद्यालय काम कर रहे हैं। पहला है प्रो. जयशंकर तेलंगाना राज्य कृषि विश्वविद्यालय (PJTSAU), जो राजेंद्रनगर, हैदराबाद में स्थित है। यह विश्वविद्यालय कृषि, बागवानी और गृह विज्ञान जैसे क्षेत्रों में पढ़ाई और शोध का प्रमुख केंद्र माना जाता है।
दूसरा है श्री कोंडा लक्ष्मण तेलंगाना राज्य बागवानी विश्वविद्यालय (SKLTSHU), जिसकी स्थापना 2014 में हुई और यह मुदिरा, हैदराबाद से संचालित होता है। यह संस्थान बागवानी और वानिकी की विशेष पढ़ाई के लिए जाना जाता है।
जहाँ PJTSAU की शुरुआत 1964 में हुई और तब से यह राज्य का मुख्य कृषि विश्वविद्यालय बना हुआ है, वहीं SKLTSHU अपेक्षाकृत नया है लेकिन बागवानी और वानिकी शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। दोनों ही विश्वविद्यालय स्नातक से लेकर डॉक्टरेट स्तर तक की डिग्रियाँ प्रदान करते हैं।

इन विश्वविद्यालयों के साथ-साथ तेलंगाना में कई निजी और सरकारी कॉलेज भी मौजूद हैं, जो युवाओं को कृषि से जुड़ी अलग-अलग डिग्री और डिप्लोमा हासिल करने का अवसर देते हैं।
🔊 कृषि विश्वविद्यालयों में किसानों के बच्चों के लिए 15% सीटें
🍥 हैदराबाद (ईनाडु): तेलंगाना कृषि विश्वविद्यालय ने घोषणा की है कि शैक्षणिक वर्ष 2025-26 से बी.एससी. (कृषि) और बी.टेक. (फूड टेक्नोलॉजी) में किसानों के बच्चों के लिए 15% सीटें आरक्षित रहेंगी।
विश्वविद्यालय ने इसके लिए पात्रता की शर्तें भी बताई हैं:
➡️ छात्र ने कक्षा 4 से 12वीं तक कम से कम 4 साल सरकारी स्कूल में पढ़ाई की हो।
➡️ छात्र या उसके माता-पिता के पास मनरेगा (JOB) कार्ड होना चाहिए। अगर जॉब कार्ड नहीं है, तो उनके पास एक एकड़ से कम खेती की ज़मीन होनी चाहिए।
➡️ छात्र, उसके माता-पिता या दादा-दादी के पास किसी भी तरह की कृषि भूमि नहीं होनी चाहिए।